तो दोस्तों आ जाओ आज मेरे साथ मुझे आपको एक बात बताना है | जी हाँ मैं बस्सु आप लोगों का नया साथी इतने दिन से एक कहानी की खोज में था और आज मुझे एक कहानी मिल गयी है | वो भी अपने निस्सू भाई की |
जी हाँ दोस्तों अपने निस्सू भाई एक गोदाम में काम करते हैं मेरे साथ | मैं सप्लाई वाला हूँ और ऑटो चलाता हूँ और वो पैसे वसूलते हैं मार्किट से | दोस्तों निस्सू भाई बड़े शर्मीले किस्म के इंसान हैं पर सिर्फ लड़कियों के सामने लेकिन जैसे ही वो ऑटो में मेरे साथ आ जाते हैं तब तो उनकी बाते हवा में होती हैं |
मुझे अच्छा लगता है क्यूंकि उनके साथ काम करने में मज़ा आता है और वो मुझे बोर नहीं होने देते | यह बात हर किसी में नहीं होती | इससे पहले जो भाई था उसका नाम था एडविन और वो तो एक दम शांत था उसके साथ जाना नहीं जाना एक ही बात थी | पर वो साला कुछ खर्च भी नहीं करता था और दुकान से पैसा भी ठीक से नहीं वसूल पाता था इसलिए सेठ ने उसको भगा दिया
लेकिन निस्सू भाई अपने निस्सू भाई ठहरे | उनके साथ बीडी भी पीलो चाय भी पीलो सब चल जाता है | तो दोस्तों हम लोगों का काम तो आपको पता चल गया | फिर भी बता देता हूँ कि हम लोग माल सप्लाई करते हैं दुकान में और हमारे हर दिन के मार्किट अलग अलग सेट हैं |
हम लोग हर मार्किट में माल ताड़ते रहते हैं लेकिन मुझे कोई भाव नहीं देता क्यूंकि मुझे तो ऑटो चलाना है और मैं शकल से ही लगता हूँ गरीब | पर निस्सू भाई कोई लाइन मिलती थी | सबसे सही मार्किट हमारा था महाराजपुर गोसलपुर और सुहागी वाला क्यूंकि यहाँ पर एक से एक माल मिलती थीं | हर दुकान में एक न एक मस्त लड़की या फिर भाभी रहती थी |
कसम से मज़ा ही आ जाता था | अब निस्सू भाई शर्मीले सामने से आती हुई लाइन को भी नहीं पकड़ पाते थे | मैं उनको ऑटो के अन्दर से समझाता था कि निस्सू भाई लेलो और वो मुझे घूर के देखने लगते थें | पर क्या करे अपने निस्सू भाई को समझ ही नहीं आ रहा था | जब वो ऑटो में वापस आते तो मैं कहता देखो भैया बिना चूत के रह लोगे तो लाइन मत लो |
पता नहीं एक दिन क्या हुआ कि निस्सू भाई ने सेठ से कहा भैया आज से हम लोग सुहागी और महाराजपुर दो दिन करेंगे बाकि मार्किट के साथ | सेठ ने भी हाँ कर दिया और मैं उन दोनों का मुंह ताकता रहा | फिर जब चलने वाली हुई तो मैंने निस्सू भाई से पुछा कि गुरु माजरा क्या है ? उन्होंने कहा ले बीटा अब मैं ढंग से लाइन ही ले लूँगा |
मैंने कहा सही है बड्डा सही जा रहे हो | अब हम लोग सुहागी पहुंचे ही थे तो एक मस्त पैसे वाली दुकान में माल देने के लिए उतरे तो मैंने कहा शुरू यहीं से करना निस्सू भाई | उन्होंने कहा अबे ये उतनी ख़ास नहीं है सामने वाली दुकान में देख क्या माल है | मैंने कहा यहाँ माल के साथ पैसा भी है वहां घंटा है | उन्होंने कहा चल ठीक है हर किसी को चेक कर लेंगे |
अरे बाबा !! निस्सू भाई ने तो जैसे अपने मन की बात चीन ली थी पर अपन ने भी कहा देखो निस्सू भाई आज कर ही लेना नहीं तो आगे पता नहीं क्या होगा |
चलो ठीक सबसे पहले बारी आई नम्मी भौजी की जो कि एकदम कटीला फिगर और बड़े दूध वाली थी और ऐसी खूबसूरत कि क्या बताये आपको | सबसे पहले उसी ने निस्सू भाई को ताड़ना शुरू किया था | निस्सू भाई बिल के बहाने उससे हँसी मज़ाक करने लगे और बात थोड़ी थोड़ी बढ़ने लगी | अब उस दूकान पर आधे घंटे का स्टॉप बन गया |
एक दिन की बात है उस भौजी ने हाफ ब्लाउज पहना था और निस्सू भाई पहुँच गए | ना जाने भौजी को क्या सूझा कि उसने कहा निस्सू आप अन्दर चलो | निस्सू भाई ने इशारा किया साले रिकॉर्डिंग कर लेना | मैं भी चुपके से पीछे पीछे आ गया | उस भौजी ने अपना ब्लाउज उतार दिया और कहा देखो निस्सू मेरी पिंक ब्रा कैसी लग रही है |
अब निस्सू भाई से पहले तो मेरा लंड खड़ा हो गया | पर मैं कुछ कर नहीं सकता था इसलिए मैंने पीछे से रिकॉर्डिंग करना चालू कर दिया | उसने उनका हाथ उनके ब्लाउज पर रखा और कहा इस ब्रा के अन्दर कैद मेरे दूध बहार आने के लिए मचल रहे हैं | निस्सू भाई ने ब्रा के ऊपर से ही उसको किस करना चालु आर दिया और और धीरे से उसके ब्रा को खोल दिया |
जैसे ही उसका ब्रा खुला उसके दूध बाहर लटकने लगे और क्या दूध थे उसके | निस्सू बी है की लाटरी लग गयी थी | बाद सर क्या थे चुम्मा चाटी चालू हो गयी और निस्सू भाई हवस के पुजारी जैसे उसके दूध को चूसने लगे और निप्पल पर काटने लगे | वो भी मदहोश होने लगी और उसने कहा जोर से दबाव मेरे दूध को आज इनको निचोड़ दो |
मैं समझ गया साली अखंड हब्सी है | मैं वहीँ पीछे रुक गया और मोबाइल को खिड़की पर रख दिया जिससे रिकॉर्डिंग होती रहे | पर मेरा मन ना माने यार मैं चला गया वापस देखने के लिया | तब तक निस्सू भाई ने उसको पूरा नंगा कर दिया था और उसके पूरे बदन पर किस कर रहे थे |
दोस्तों मेरा मन भी होने लगा उसको चोदने का क्यूंकि उसका बदन ही कुछ ऐसा था तो मैंने निस्सू भाई को इशारा किया कि मैं आ रहा हूँ और उन्होंने कहा आजा | मैं भी अन्दर पहुँच गया और उस भौजी की गांड फट गयी | उसने कहा नहीं सिर्फ तुम तो निस्सू भाई ने कहा देख रिकॉर्डिंग है मेरे पास करवाले नहीं तो दिक्कत हो जाएगी | वो मान गयी और हम दोनों शुरू हो गए |
मैंने भी उसके पूरे बदन पर किस किया और उसके दूध को निचोड़ निचोड़ के पीना शुरू कर दिया | वो और भी ज्यादा गरम होने लगी और मैंने अपना लंड खोल दिया तो निस्सू भाई भी नंगे हो गए | अब मैंने कहा चल रे दोनों के लंड चूस चूस के खाली कर दे आज र्तेरी चूत और गांड सब फाड़ देंगे | वो नीचे बैठ गयी और बारी बारी हमारे लंड को चूसने लगी |
उसके बाद उसने एक साथ हम दोनों का लंड मुंह में ले लिया और जम के चूसने लगी | उसके लंड चूसने का अंदाज़ अलग ही था और हम दोनों को बड़ा मज़ा आ रहा था |
हम दोनों के लंड उसने चूस चूस के लाल कर दिए और चाट के अच्छे से गीले भी कर दिए | अब बारी थी उसकी चुदाई की और मैंने पहले उसकी चूत को देखा तो उसकी चूत एकदम चिकनी थी | मैंने कहा निस्सू भाई आप इसकी गांड मारो मैं इसकी चूत चाटने में लग जाता हूँ | उन्होंने कहा ठीक है बाबा अपना ही माल है जो करना है करो | मैंने भी कहा ठीक है निस्सू भैया |
मैंने उसको सोफे पर उल्टा बैठा दिया और मैं उसके नीचे और निस्सू भाई उसके पीछे | सब सेट हो गया और मैंने उसकी चूत पर मुंह लगाया और निस्सू भाई ने उसी समय उसकी गांड के छेद में अपना अध लंड डाल दिया |
वो पागल सी हो गयी और सिस्कारियां भरने लगी | वो आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह्ह्हह करने लगी और निस्सू चाय उसको चोदते जा रहे थे हलके हलके और मैं उसकी चूत में घुसा जा रहा था | ऐसी चूत का स्वाद मैंने अपनी पूरी जिंदगी में नहीं चखा था | मैं उसकी चूत को बड़े प्यार से चाट रहा था और वो मस्ती में झूम रही थी |
उसकी चूत से पानी रिस रहा था और वो बार बार झड़ रही थी | उसे भी शायद काफी दिनों के बाद ऐसा मौका मिला था जब वो पूरी तरह अपनी चुदाई से संतुष्ट होने वाली थी | इसलिए वो हमारा कोई विरोध नहीं कर रही थी |
विरोध बिना निरोध
ये सब अर्ते हुए मेरा भी मन करने लगा उसको चोदने का तो मैं भी थोडा सा ऊपर उठा और उसकी चूत में अपना खड़ा मोटा लंड घुसा दिया | अब वो पागलों की तरह मचालने लगी और उसे मज़ा आने लगा क्यूंकि दोनों तरफ से उसकी चुदाई हो रही थी | निस्सू भाई ने कब अपना लंड पूरा उसकी गांड में घुसा दिया उसको पता ही नहीं चला वो बस आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह्ह्हह करती जा रही थी |
ऐसी चुदाई हो रही थी और हम लोग अपना मार्किट भूल के बस चुदाई में ही लगे हुए थे | 10 मिनट की चुदाई के बाद निस्सू भाई ने कहा तू गांड मार और मैं चूत मारूंगा | मैंने कहा पहले लंड को गीला करवा लेते हैं | उसको फिर से हमने अपना लंड चुसाया और उसके बाद मैंने उसकी गांड में अक बार में लंड पेल दिया और निस्सू भाई ने उसकी चूत में और वो तड़पने लगी |
वो कहने लगी और जोर से ! मारो मेरी चूत फाड़ दो मेरी गांड !! हम दोनों ने कहा यही तो हम सोच के आये थे | वो मस्त चुदाई में मगन थी और हम दोनों रफ़्तार के साथ उसकी चूत चुदाई कर रहे थे | अब हम दोनों थक गए और हम दोनों ने सोचा क्यूँ न इसको याद रखने के लिए एक निशानी दे दे |
मैंने कहा निस्सू भाई एक चूत में दो लंड कभी देखे हैं | वो हम दोनों को देखने लगी और निस्सू भाई ने कहा नहीं | मैंने कहा ठीक है तो फिर देखो | अब निस्सू भाई का लंड तो चूत में ही था और मैंने अपना भी घुसा दिया जैसे तैसे और चुदाई मचने लगी और 5 मिनट बाद हम दोनों के लंड से रिसाव होने लगा और हमारा पूरा माल उसकी चूत के अन्दर ही भर गया |
उसकी चूत से माल ऐसे टपक रहा था जैसे किसी ने चम्मच से अन्दर डाल दिया हो | अब हमारी गांड फटी हमने कहा बच्चा तो नहीं होगा तो उसने हस्ते हुए कहा नहीं मेरा ऑपरेशन हो चुका है | फिर हमने चैन की सांस ली |
अब हम लोग कपडे पहनने लगे और जाने की तैयारी में थे तो उसने कहा आप लोगो जैसी चुदाई कभी नहीं ही आगे फिर करना | वो दिखाने लगी देखो मेरी चूत और गांड का छेद कितना बड़ा हो गया आप लोगों ने ऐसा चोदा कि बस मज़ा आ गया | अब हम जाने लगे तो उसने कहा आपका २०० का बिल है उसे लेलो |
निस्सू भाई ने कहा पहली पकड़ के लिए २०० रुपये माफ़ |
nice
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