ये कहानी मेरी और कणिका की है| कणिका एक 22 साल की पंजाबी लड़की है, जिसकी जवानी एक कयामत है| कसा हुआ बदन, कड़क बूब्स, मदमस्त गांड, पतली कमर, सुडौल जांघे, सुराहीदार गर्दन, लंबे काले घने बाल, नशीली आँखें और रसीले होंठ|
दोस्तों वो अक्सर सलवार कमीज़ पहनती और ज्यादातर पंजाबी ड्रेस, उसके दो बच्चे है और पति एक बिज़नसमेन है और वो पूजा भाभी की एक बहुत अच्छी दोस्त है| दोस्तों पंजाबी महिलाओं की एक ख़ासियत होती है कि उनकी आवाज़ थोड़ी भारी होती है और गांड बहुत उभरी हुई होती है, मतलब कि वो बहुत मस्त सेक्सी होती है|
वो अक्सर पूजा के घर पर आया करती थी| पूजा और में अक्सर सेक्स करते थे तो में पूजा को चोदते वक़्त उससे कणिका को अपने लिए सेट करने को कहता था| फिर सर्दियों के दिनों में एक दिन पूजा ने मुझसे कहा कि क्या तुम कणिकाके बच्चे को ट्यूशन पढ़ा दोगे? तो मैंने कहा कि पूजा यह चक्कर क्या है?
बच्चो को ट्यूशन पढ़ना है या उनकी माँ को सेक्स करना सिखाना है, उसकी चूत को चोदकर शांत करना है? तो उसने हंसकर कहा कि हाँ दोनों, लेकिन अगर तुम कर सको तो? फिर में कणिकासे मिला तो कणिका मुझे देखकर बहुत खुश नज़र आ रही थी और उससे बात करते करते में कणिकाकी जवानी को माप रहा था|
उसके सेक्सी बदन को अपनी आखों में उतार रहा था, में उसके बड़े-बड़े बूब्स में खो सा गया था| तभी उसने कहा कि इनके एग्जाम सर पर है और ये नालायक बच्चे फैल हो जाएगें, प्लीज आप कुछ भी करके इन्हे पास करा दो और आपकी जो भी फीस होगी में वो आपको दे दूँगी, लेकिन बस आप मेरे घर पर आकर इन बदमाशो को पढ़ा दो|
में हंस दिया और में रोज़ दोपहर उन्हे पढ़ाने जाने लगा| फिर धीरे-धीरे कणिकामुझसे बहुत खुल गयी और उसके पति को भी मुझ पर पूरा भरोसा होने लगा था और जब एग्जाम के दिन करीब आए |
तो मैंने कणिकासे कहा कि में देर शाम के टाइम इन्हे आकर पढ़ा दूँगा ताकि सुबह उठकर एक बार उसे पढ़ ले और इनका पढ़ा हुआ इन्हें याद रहे, जिससे इनका पेपर अच्छा चला जाए|
तो उसने कहा कि मुझे इसमें कोई भी आपत्ति नहीं है आपको जैसे उचित लगे आप वैसा ही कीजिये| तभी उसी बीच एक दिन उसके पति को फोन आया कि गावं में उसकी माँ की तबीयत बहुत खराब है तो उसके पति ने उनके गाँव जाने के लिये टिकट बुक कराई और अगले दिन उनके गाँव चले गए|
उस रात मैंने सोच लिया था कि अब कणिकाको अपने साथ बिस्तर पर लाने का सही वक़्त आ गया है और अगली रात जब में बच्चो को पढ़ा रहा था तो कणिकाने कहा कि आज आप रात का खाना यहीं पर खा लेना| फिर मैंने कहा कि ठीक है और तब तक उसके दोनों बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी करके और खाना खाकर सो चुके थे|
तो कणिकाने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा कि आप वॉशरूम में हाथ मुहं धो लीजिए में आपके लिए खाना लगाती हूँ| दोस्तों कणिका ने उस दिन बिल्कुल टाईट सलवार कमीज़ पहनी हुई थी|
जिसमे उसकी जवानी और भी कड़क लग रही थी, उसकी गांड को देखकर में मन ही मन बहुत खुश हो रहा था| उसके बूब्स बाहर आने को बैचेन थे और में उन्हे छूने, दबाने, महसूस करने के लिए बहुत बैचेन था|
फिर हम दोनों खाना खाने लगे, वो आज बहुत खुश नजर आ रही थी| तभी अचानक उसने पूछा कि क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है? तो में एकदम से चकित रह गया और फिर मैंने कहा कि अपना नसीब ऐसा कहाँ जो हमें कोई गर्लफ्रेंड मिले? तो उसने कहा कि क्यों तुम इतने अच्छे तो दिखते हो और तुम्हारी बॉडी भी बहुत मस्त है?
मैंने कहा कि मुझे अपने से बड़ी उम्र की लड़कियाँ अच्छी लगती है और ख़ासकर शादीशुदा भाभियाँ, तो वो मेरी यह बात सुनकर एकदम से उलझ गई और फिर उसने पूछा कि ऐसा क्यों?
तो मैंने कहा कि वो सब कुछ समझती है और खुलकर मजा भी लेती है और मजा भी देती है|मेरी यह बात सुनकर उसका चेहरा गोरे रंग से हल्का गुलाबी हो गया और फिर मैंने कहा कि मुझे पंजाबन भी बहुत अच्छी लगती है|
क्योंकि उनमे बहुत गर्मी होती है वो बिल्कुल गरम सेक्सी होती है और वैसी ही आप हो| तो वो अब बिल्कुल खामोश हो गयी और उसने शर्म से अपना सर नीचे झुका लिया|
में उठकर उसके पास गया और उसके चेहरे को अपने दोनों हाथों से उठाकर कहा कि कणिकामुझे तुम बहुत अच्छी लगती हो क्या हुआ तुम शादीशुदा हो और दो बच्चो की माँ हो, लेकिन फिर भी तुम हो बहुत सेक्सी और सेक्स एक प्राक्रतिक चीज़ है उसका उम्र, जाती, रंग, हाईट, रिश्तों से कोई लेना देना नहीं होता और इतना कहकर मैंने उसके काँपते हुए होंठ चूम लिए|
फिर वो एकदम हड़बड़ाती हुई खड़ी हो गयी और फिर में उसे अपनी बाहों में भरकर उसके होंठो को चूसने लगा और वो आँखे बंद करके धीरे-धीरे मदहोश हो रही थी और अब वो भी मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी| फिर कुछ देर तक हमने फ्रेंच किस का मज़ा लिया|
साथ ही वो मेरी पेंट के ऊपर से लंड को दबाने लगी और में उसकी गद्दे जैसी गांड को मसलने लगा और जब थोड़ी देर बार उसने आँखे खोली तो उसकी आँखो में वासना साफ साफ झलक रही थी|
मैंने उससे कहा कि कणिकामें तुम्हे बहुत प्यार करना चाहता हूँ और मैंने जब से तुम्हे देखा है तुम्हे चोदने का सपना देख रहा हूँ और मुझे तुम्हारी चुदाई करके अपना वो सपना पूरा करना है|
तो उसने कहा कि तुम तुम्हारा वो सपना चाहो तो आज पूरा कर लो तुम्हे किसने रोका है? मैंने उससे कहा कि तुम दरवाज़ा चेक करो और में खिड़की देखकर आता हूँ| फिर थोड़ी देर में हमने सब दरवाजे खिड़कियों को बंद कर दिया और मैंने उसके बच्चो के रूम को भी बंद कर दिया और में उसे अपनी बाहों में उठाकर उसके बेडरूम में ले गया|
फिर मैंने उसे बेड पर गिरा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया और उसके बूब्स को दबाने लगा, साथ ही उसके होंठ चूसने लगा| फिर थोड़ी देर बाद मैंने मेरे कपड़े उतार दिए और उसने खुद के भी कपड़े उतार दिए, हम दोनों अब बिल्कुल नंगे थे और बिस्तर पर एक दूसरे की बाँहों में सिमटे हुए थे|
फिर मैंने उससे कहा कि तू इतनी जल्दी तैयार कैसे हो गयी? तो उसने कहा कि मेरे पति एक अच्छे आदमी है, लेकिन बिज़नेस की वजह से वो रात को बहुत थककर आते है और सो जाते है और वो कभी कभी सेक्स करते है|
लेकिन उनमे वो जोश नहीं रहता जिसकी कमी में हमेशा महसूस करती हूँ और अपनी प्यासी चूत के साथ तड़पती रहती हूँ|मैंने कहा कि कणिका तेरी यह जो प्राब्लम है यह बहुत औरतों की भी समस्या है जैसे कि पेट की भूख होती है|
गले की प्यास होती है, वैसे ही भरपूर जवानी में चुदाई की भी भूख और प्यास होती है और आज हम दोनों एक दूसरे की यह प्यास जरुर बुझाएँगे|मैंने उसकी चूत पर उंगली लगाई तो मैंने महससू किया कि वो अब तक बहुत गीली हो चुकी है |
पानी छोड़ रही है| फिर मैंने उससे कहा कि कणिकातू 69 पर आ जा और फिर वो झट से उठी और उसने अपनी कामुक चूत को मेरे मुहं से सटा दिया और मेरे लंड को चूसने लगी| दोस्तों उसकी बहुत मस्त गांड थी बिल्कुल गोरी गोरी और फिर उस पर गुलाबी चूत|
उसने शेव किया हुआ था इसलिए चूत पर एक भी बाल नहीं था| उसे देखकर मेरी तो हालत बहुत खराब होने लगी| उसकी चूत में बहुत गर्मी थी और वो किसी छोटे बच्चे की तरह लोलीपोप समझकर मेरे लंड को चूस रही थी और में उसकी चूत और गांड के छेद को चाट रहा था|
उसने पानी छोड़ दिया और उसकी चूत का पानी मेरे मुहं पर फैल गया| सारा पानी अंदर चला गया और थोड़ी देर के बाद मेरा भी वीर्य निकल गया और वो मेरे लंड का पूरा पानी गटक गयी| फिर हम एकदम सीधे लेट गये और उसने कहा कि वाह मज़ा आ गया, तो मैंने कहा कि अभी कहाँ मेरी रानी?
अभी तो हमे पूरी रात मज़ा करना है और फिर में उसके पूरे शरीर को अपनी जीभ से चाटने लगा जिसकी वजह से उसके निप्पल खड़े हो गये और बूब्स कड़क हो गये और अब मैंने अपनी जीभ से उसके गरम जिस्म की सफाई शुरू कर दी, चाट चाटकर उसकी चूत की सफाई की और गांड की भी, उसकी जांघ, कमर, पीठ, पैर, सब जगह उसे चाट चाटकर मदहोश करने लगा|
दोस्तों हमें बहुत मज़ा आ रहा था, क्योंकि उसका संगमरमर सा मखमली बदन, गोरा रंग, वो आँहे भर रही थी और फिर मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया तो मेरा 7 इंच का टावर फिर से खड़ा होने लगा, उसने कहा कि प्रेम प्लीज अब और मत तड़पाओ प्लीज डाल दो मेरे अंदर अपना हथियार मेरे राजा|
फिर मैंने उसके ऊपर लेटते हुए उसे कसकर बाहों में पकड़ लिया और लंड को चूत पर रगड़ने लगा तो वो चिल्ला उठी और उसने कहा कि साले कुत्ते अब जल्दी से चोद ना मुझे| क्यों मेरी चूत पर अपना लंड सटाकर मुझे और भी तरसा रहा है?
तो मैंने गुस्से से उसे एक थप्पड़ मारा और कहा कि कणिकातू आज से मेरी गुलाम है, रंडी है और में तेरा मालिक हूँ, तू अपने मालिक से बद्तमीजी से नहीं बोल सकती| तू खुद को मुझसे चुदवाने के लिए भीख माँग, में तब तुझे चोदूंगा|
उसने कहा कि मेरे मालिक, में आपकी रंडी आपकी गुलाम हूँ, अपनी रंडी की चूत की प्यास मिटा दो मेरे आका और आज अपने लंड से मेरी तड़प मिटा दो, में हमेशा आपकी गुलाम बनकर आपके लंड की सेवा में अपनी चूत देती रहूंगी| फिर मैंने उसकी गांड पर ज़ोर से थप्पड़ मारते हुए कहा कि और क्या यह गांड तेरा बाप मारेगा मादरचोद, रंडी, छिनाल?
तो उसने कहा कि मेरे सरताज़ इस गांड को मेरे पति ने मार मारकर बड़ा कर दिया है आप जो चाहे कर लो इसके साथ यह भी आपकी गुलामी में हमेशा तैयार है| फिर मैंने कहा कि अब ठीक से बोल क्या मारुँ? उसने कहा कि मालिक मेरे राजा आप मेरी चूत और गांड दोनों को मार लो|
फिर मैंने कहा कि तो पलट, में सबसे पहले तेरी गांड मारूँगा| फिर वो पलट गयी और मैंने उसके पेट के नीचे एक तकिया लगाकर उसके दोनों पैरों को फैला दिया और अब उसकी गांड थोड़ा ऊपर उठ गयी थी| मैंने पास पड़ी तेल की शीशी उठाई और उसकी गांड के छेद पर एक एक बूंद गिराने लगा|
और एक उंगली से उसकी गांड के अंदर भी तेल लगाने लगा तो वो आह्ह्ह्हह ऊईईईईई उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह कर रही थी और अब में अपनी दो उंगलियाँ उसकी गांड के छेद में डालकर तेल की शीशी से तेल अंदर डालने लगा, तो उसकी गांड से तेल बाहर होने लगा तब मैंने अपने लंड पर भी बहुत सारा तेल लगाया|
और फिर उसकी गांड के छेद पर अपने लंड का सुपाड़ा रख दिया, उसने अपनी आखों को बंद कर लिया| फिर मैंने उसके कंधो के ऊपर अपने दोनों हाथों से पकड़ बना ली और उसके ऊपर लेट गया| उसके दोनों पैरों को अपने पैरों से फैलाया और फिर अपने लंड को आगे की तरफ एक जोरदार झटका दिया|
जिसकी वजह से मेरे पूरा लंड उसकी गांड में रगड़ खाता हुआ अंदर चला गया और वो दर्द से चिल्ला उठी और एकदम ज़ोर से चीखने लगी| फिर में थोड़ी देर वैसे ही उसके ऊपर लेटा रहा है और उसके बूब्स दबाने लगा| फिर धीरे धीरे वो नॉर्मल हुई और अपनी गांड को उठा उठाकर मेरे लंड पर धकेलने लगी और अब में भी उसकी गांड का मज़ा लेने लगा|
और फिर हम जोश में आ गये वो गांड उठाती और में गांड के अंदर लंड को धक्का देता, यह हमारा खेल बहुत देर तक चलता रहा| तो वो भी मज़े के साथ बोलती रही हाँ आह्ह्ह्ह प्रेम आज ऊउईईईईईइ फाड़ दो मेरी गांड उह्ह्ह्हह्ह हाँ और ज़ोर से धक्का दो| ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है|
मैंने कहा कि हाँ मेरी रंडी में आज तेरी गांड ऐसी मारूँगा कि कभी किसी और का लंड नहीं खाएगी तू और करीब बीस मिनट की धमाकेदार गांड मराई के बाद वो शांत हो गयी और मैंने उसकी गांड में ही अपना पानी छोड़ दिया और उसके ऊपर लेट गया| हम दोनों अब बहुत देर तक हाँफ रहे थे और पसीने से लथपथ थे|
और फिर थोड़ी देर बाद मैंने अपना मुरझाया हुआ लंड बाहर निकाला और उसके पास में लेट गया| फिर करीब दस मिनट के बाद उसने आँखे खोली और मेरे ऊपर आकर लेट गयी| मेरा लंड उसकी चूत से दब रहा था और उसके बूब्स मेरी छाती से और उसकी सांसो की गरमी में महसूस कर रहा था|
और अब मैंने उसके बालों और पीठ पर हाथ फेरना शुरू कर दिया, हम दोनों बहुत देर रात तक वैसे ही एक दूसरे की बाहों में लेटे रहे| फिर वो उठी और बाथरूम में जाकर अपनी गांड से मेरा वीर्य साफ करने लगी और फिर किचन में जाकर दो ग्लास जूस लेकर आयी| उसने एक ग्लास मुझे दे दिया, फिर हमने जूस पिया|
वो बहुत खुश दिख रही थी, मैंने उसकी आखों में देखा तो वो शरमाकर मेरी बाहों में सिमट गई, मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ जसनूर? तो उसने कहा कि आज उसे पता चला है कि सेक्स में इतना मज़ा भी आता है |
आज से आप मेरे दूसरे पति हो| उस रात मैंने उसकी चूत की भी दमदार चुदाई की और यह सिलसिला तब तक चला जब तक उसके पति पंजाब से नहीं आ गये| में कभी कभी दिन में भी जाकर जब वो घर में अकेली रहती थी उसे चोद देता था|
हमने बहुत बार सेक्स किया और कई बार पूजा भाभी के घर पर मैंने पूजा और कणिकादोनों की चुदाई की, लेकिन उसे बच्चा नहीं हुआ, क्योंकि कणिकाने अपने दूसरे बच्चे के जन्म के समय ही ऑपरेशन करवा लिया था|
दोस्तों वो क्या दिन थे? आज भी मुझे याद आते है| वैसे कई लोग एक औरत को खुश नहीं कर पाते और मैंने दो दो सेक्सी औरतों को एक साथ खुश किया| दोस्तों सेक्स एक नशा है इसे करते समय जितना इसमें डूबोगे उतना ही मज़ा आएगा|